एक चाहत थी मेरी हर डर को जीत लेने की आज तुझे खोने के डर से भागने को जी चाहता है। एक चाहत थी मेरी हर डर को जीत लेने की आज तुझे खोने के डर से भागने को ...
अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई घाव मिले। अनजान आगे का सफ़र , बूढ़ा हुआ है यह शज़र इससे जिनको छाँव मिले, उनसे ही कई ...
जिंदगी का इंजन और डिब्बों का रिश्ता सफर।। जिंदगी का इंजन और डिब्बों का रिश्ता सफर।।
क्यों वंचित रह गया उन सपनों से मेरे सपनों का सफर कुछ ऐसा था ! क्यों वंचित रह गया उन सपनों से मेरे सपनों का सफर कुछ ऐसा था !
बनाले इसी को ज़िन्दगी, इसी का ही तुझे तलाश है। बनाले इसी को ज़िन्दगी, इसी का ही तुझे तलाश है।
जीवन के अंतिम क्षणो मे बहुत कुछ लिखना चाहती हूँ। जीवन के अंतिम क्षणो मे बहुत कुछ लिखना चाहती हूँ।